वापी वलसाड़ में बढ़ रहे कुत्तों के काटने के केश कही ऐसा न हो एक दिन सब रेबीज का शिकार बन जाए


| वापी में कुत्तों के काटने की घटनाओं में वृद्धि || वापी छारवाड़ा स्थित शिव शिव रेजीडेंसी में कुत्तों का आतंक |नमस्कार वापी नगर निगम सीमा के छारवाड़ा रामवाड़ी/ (रामजनवाड़ी) स्थित शिव शक्ति रेजीडेंसी में पिछले काफी समय से कुत्तों के काटने की घटनाएं बढ़ गई हैं। इस मामले ने निवासियों में भय का माहौल व्याप्त कर दिया है। हाल ही में शिव शक्ति रेजीडेंसी के ई विंग में रहने वाले एक वृद्ध को सोसायटी के बाहर से आए एक कुत्ते ने काट लिया, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में इलाज कराने के लिए मजबूर होना पड़ा। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यहां बनाई गई सुरक्षा दीवार की ऊंचाई बढ़ाने की जरूरत समझी जा रही है। जहां एक ओर इस शिव शक्ति रेजीडेंसी के ई विंग में बाइकों में पेट्रोल चोरी होने से हंगामा मचा हुआ है, वहीं अब यहां पिछले काफी समय से कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। बताया जाता है कि इस सोसायटी का एक शिक्षित दंपत्ति सोसायटी परिसर में सार्वजनिक रूप से कुत्तों को खाना खिला रहा है, जिसके कारण कुत्ते यहां पड़े रहते हैं और सोसायटी की दीवारों की ऊंचाई कम होने के कारण कुत्ते दीवार कूदकर सोसायटी में घुस रहे हैं और व्यापक रूप से शिकायतें मिल रही हैं कि यहां बच्चे और बुजुर्ग पागल कुत्तों का शिकार बन रहे हैं। अंतिम तिथि। 11 अगस्त को शिव शक्ति रेजीडेंसी ई विंग में 209 में रहने वाले नरेश राम नामक एक बुजुर्ग को सुबह-सुबह ही सोसायटी के अंदर कई जगह कुत्ते ने काट लिया, जिसके कारण इस बुजुर्ग की हालत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में इलाज कराना पड़ा। इसके अलावा इसी सोसायटी के 6-7 अन्य बच्चों को भी कुत्ते के काटने की घटना के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। यहां उल्लेखनीय है कि यहां सोसायटी में रहने वाले अधिकांश लोग नौकरीपेशा और बाहरी प्रांतों, यूपी-बिहार, महाराष्ट्र और नेपाल से आए लोग ही रहते हैं, जो कंपनियों में काम करके अपना जीवन यापन करने के कारण सरकारी सिस्टम से शिकायत करने से बचते हैं। अगर यही हाल रहा तो रेबीज जैसी मौत की बीमारी से एक दिन हाहाकार मच सकता एक ऐसी बीमार जिसमें लगभग मरना तय ही है तो समय रहते चेत जाना चाहिए समाज के साथ साथ संबंधित विभाग के अधिकारियों को इस गंभीर विषय पर पूर्ण चिंता कर इसका निवारण निकलना अति आवश्यक है धन्यवाद देश विदेश की खबरों से जुड़े रहने के लिए देखते रहिए सालासर न्यूज

